डेयरी फार्म बिजनेस – पहले दिन से कमाई शुरु
वर्तमान में डेयरी फार्म बिजनेस काफी तेजी से बढ़ रहा है। किसान तथा बेरोजगारी व डेयरी फार्म के द्वारा पारंपरिक खेती से भी ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं।
वर्तमान में भारत की जितनी जनसंख्या है उसके हिसाब से दुग्ध उत्पादन बहुत कम हो रहा है। इसलिए सरकार भी डेयरी फार्म बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए कम ब्याज दर पर लोन भी उपलब्ध करवाती है तथा 25% तक सब्सिडी भी देती है।
उदाहरण अगर आप सरकार से ₹100 लोन लेते हैं तो 25 पर्सेंट सब्सिडी मिलने के बाद आपको ₹75 वापस लौटाने होते हैं वह भी बहुत कम ब्याज दर पर।
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डेयरी फार्म बिजनेस कैसे शुरू करें
डेयरी फार्म खोलने के लिए आप गाय या भैंस में से किसी एक को रख सकते हैं या दोनों को भी रख सकते हैं। भैंस की तुलना में गाय अधिक दूध देती है लेकिन भैंस का दूध गाय के दूध से महंगा बिकता है।
अधिक दूध देने वाली गाय की नस्लें
- गिर गाय (गुजरात) – 35 से 40 लीटर/दिन
- साहिवाल गाय – 30 से 35 लीटर/दिन
- राठी गाय – 25 से 30 लीटर/दिन
अधिक दूध देने वाली भैंस की नस्लें
- मुर्रा भैंस (हरियाणा) – 20 से 25 किलो/दिन
- जाफराबादी (गुजरात) – 18 से 20 किलो/दिन
- मेहसाना (गुजरात) – 15 से 18 किलो/दिन
डेयरी फार्म की शुरुआत आप अपने बजट के हिसाब से कर सकते है। डेयरी फार्म खोलने के लिए आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं। इसके बारे में भी पूरी जानकारी आगे दी गई है।

डेयरी फार्म उद्योग कहां खोलें
शहर के नजदीक में जो डेयरी फार्म होता है वह सबसे सफल होता है क्योंकि शहर में आप अपना दूध सुबह तथा शाम को बेच सकते हैं। इसके लिए आप शहर के नजदीक जमीन किराए पर भी ले सकते हैं।
शहर के नजदीक के खेत में आपको जमीन सस्ती मिल जाती है। आप शहर से चार-पांच किलोमीटर की दूरी पर भी डेयरी फार्म खोल सकते हैं। आपको 50,000 से 1 लाख सालाना रुपए में 3 से 5 बीघा जमीन मिल जाएगी।
पशुओ का खाना तथा देखभाल कैसे करें
पशु के बांधने की जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए क्योंकि वहां गंदगी की वजह से मक्खियां तथा मच्छर पैदा हो जाते है।
पशुओं को बांधने वाली जगह पर चुने का पाउडर डालना चाहिए। चूना कीटाणुओं को मारने का कार्य करता है। जिससे पशुओं के बीमार होने का खतरा कम हो जाता है।
एक अनुमान के अनुसार पशु जितना दूध देता है उसे उससे आधा चारा डालना चाहिए। मतलब अगर कोई पशु 20 किलो दूध देता है तो उसे 10 किलो चारा डालना चाहिए यह सिर्फ एक अनुमान है बाकी जब आप चारा डालेंगे तो एक-दो दिन में पता चल जायेगा कि कौनसा पशु कितना चारा खाता है।
हरा चारा खाने से पशु का दूध बढ़ता है। इसलिए पशु को हरा चारा भी डालना चाहिए।

पशुओं के लिए आवास
पशु को गर्मी तथा सर्दी से बचाने के लिए पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। वरना पशु अधिक बीमार होंगे और डॉक्टर का खर्चा बढ़ जाएगा बीमार होने पर पशु दूध भी कम देता है।
आपके पास जितने पशु हैं उस हिसाब से टीन शेड लगवा लीजिये। गाय को गर्मी तथा सर्दी अधिक लगती है। गर्मियों में गाय के लिए पंखों की व्यवस्था होना बहुत आवश्यक है तथा पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।
डेयरी फार्म के लाभ
दूध बेचकर पैसा कमाने के अलावा भी डेयरी फार्म से पैसा कमाने के कई तरीके हैं।
दूध हमेशा कस्टमर को डायरेक्ट बेचे किसी प्लांट में बेचंगे तो आपको ज्यादा मुनाफा नहीं होगा।
पशुओं को बेचकर भी मुनाफा कमाया जा सकता है एक मुर्रा भैंस की कीमत 1 लाख से 2 लाख तक होती है तथा गाय की कीमत 30,000 से ₹50,000 के बीच होती है।
पशुओं की नस्ल तैयार करके भी आप उन्हें बेच सकते हैं। कुछ खास किस्म की नसों की कीमत काफी अधिक होती है।
गोबर का उपयोग आप खेत में खाद के रूप में कर सकते हैं अथवा केंचुआ खाद बनाकर भी बेच सकते हैं।
गोमूत्र को आप सीधे मार्केट में अपना ब्राण्ड बनाकर भी बेच सकते हैं।
पढ़े : गोबर से केंचुआ खाद या जैविक खाद कैसे बनाए
पशु खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें
गाय तथा भैस की औसत उम्र 15 से 20 वर्ष होती है अपने पुरे जीवन में एक पशु 8 से 10 बार बच्चे को जन्म देता है।
इसलिए पशु खरीदते समय यह जरूर चेक करने कि वह कितनी बार बच्चे को जन्म दे चुकी है।
पशु खरीदते समय वही पशु खरीदें जिसने 5 या 15 दिन पहले ही बच्चे को जन्म दिया क्योंकि बच्चे को जन्म देने के 10 दिन बाद पशु अपना अधिकतम दूध देना शुरू कर देता है।
फिर हर महीने यह कम होता जाता है अगर आप बच्चे के जन्म से पहले कोई पशु खरीदते हैं तो आपको यह नहीं पता चलेगा कि यह पशु कितना किलो दूध देखा देता है।
पशु खरीदते समय उसके शरीर का वजन, हाइट, थनों का आकार, सिंग, पैर के खुर (नाखुन) आदि चेक करने चाहिए।
पशुओं की नस्ल का भी विशेष ध्यान रखें अच्छे नस्ल वाले पशु ही खरीदें। यह भी देख ले कि पशु के कोई बीमारी तो नहीं है तथा पशुओं के मुंह में दांत भी जरूर चेक कर ले।
डेयरी फार्म के लिए लोन कैसे लें
सरकार डेयरी उद्योग को बढ़ावा देना चाहती है इसलिए किसानों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने DEDS (डेयरी उद्यमिता विकास योजना) शुरू की है।
इस योजना के तहत आपको कम से कम 2 पशु तथा अधिकतम 10 पशुओं के लिए लोन मिल सकता है।
सरकारी इस योजना पर सब्सिडी भी देती है जनरल कैटेगरी के लिए 25% सब्सिडी तथा SC/ST कैटेगरी के लिए 33% सब्सिडी दी जाती है।
DEDS योजना में तीन प्रकार के लोन मिलते हैं
- पशु खरीदने के लिए
- दूध उत्पाद बनाने के लिए
- मिल्क कोल्ड स्टोरेज यूनिट खोलने के लिए
DEDS योजना “राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक” नाबार्ड (NABARD) के द्वारा शुरू की गई है।
इस योजना को सरकार कभी भी बंद कर सकती है अपने नजदीकी सरकारी बैंक में जाकर पता कर ले कि यह योजना चालू है या नही।
डेयरी फार्म बिजनेस में मुनाफा
डेयरी फार्म का मुनाफा कई बातों पर निर्भर करता है अगर आप चारा खुद खेत में उगाते हैं तो ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं और अगर चारा मार्केट से मंगवाते हैं तो कब मुनाफा होगा।
पशुओं का चारा, दाना, पानी तथा लाइट का कुल खर्चा मिलाकर आप 1 किलो दूध पर 5 से 10 रुपए तक बचा सकते हैं।
अगर आप हर दिन 100 किलो दूध बेचेंगे तो महीने के ₹30,000 कमा सकते हैं इसके अलावा भी आप और भी पैसा कमा सकते हैं जैसा कि मैंने आपको बताया पशुओं को बेचकर भी पैसा कमाया जा सकता हैं।
कुल मिलाकर 1 साल बाद आपकी आमदनी ₹50,000 प्रति महीने की हो सकती है।
निष्कर्ष
डेयरी फार्म बिज़नेस के द्वारा पारंपरिक खेती से ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है और यह बिज़नेस ऐसा है जिसमे पहले ही दिन से आपकी डेयरी का दूध बिकना शुरु हो जाएगा।
इस बिज़नेस में पैसा डूबने का रिस्क बहुत कम है इस बिज़नेस में आप दूध बेचने के अलावा दूध के उत्पाद बनाकर भी बेच सकते है, पशु बेचकर भी पैसा कमा सकता है, गोबर से केचुआ खाद बनाकर बेच सकते है।
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